कोरोनावायरस: आईटीबीपी सेंटर में पहुंचे 112 लोगों के लिए गए सेंपल, गुरुवार को होगा घर वापसी का फैसला
वुहान से पहुंचे 112 लोग नई दिल्ली के छावला स्थित आईटीबीपी क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे हुए हैं। बुधवार को फाइनल टेस्ट के लिए उनके सेंपल लिए गए। सेंपल की जांच रिपोर्ट गुरुवार को आएगी। अगर जांच रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो क्वारंटाइन सेंटर से सभी लोगों को अगले कुछ दिनों में उनके घर भेज दिया जाएगा।
बता दें कि ये सभी लोग फरवरी के अंतिम सप्ताह में वुहान से दिल्ली आए थे। इन लोगों को एयरपोर्ट से सीधे आईटीबीपी के छावला स्थित क्वारंटाइन सेंटर में ले जाया गया था।
इन सभी लोगों का कोरोनावायरस का पहला टेस्ट किया गया। उसमें सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। सभी 112 लोगों के नमूनों की जांच आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस 'एम्स' ने की है। चीन से आने वालों में 76 भारतीयों के अलावा 36 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इनमें 5 बच्चे और 8 परिवार भी हैं।
अगर विदेशी नागरिकों की बात करें, तो उनमें चीन से 6, बांग्लादेश से 23, म्यांमार और मालदीव प्रत्येक से 2, संयुक्त राज्य अमेरिका से 1, दक्षिण अफ्रीका से 1 तथा मेडागास्कर का 1 नागरिक शामिल हैं। इन सभी लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर तमाम तरह की आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
आईटीबीपी के डॉक्टरों द्वारा इनकी नियमित जांच की जा रही है। सेंटर पर वाईफाई के अलावा कई तरह के इंडोर खेलों की सुविधा भी प्रदान की गई है। नोडल अफसर डॉ. एपी जोशी की टीम की देखरेख में इन सभी की मेडिकल निगरानी की जा रही है। अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोनावायरस का कोई लक्षण नहीं पाया गया है।
अब इन लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर आए दो सप्ताह हो गए हैं। बुधवार को 14वें दिन अंतिम बार इन सबके नमूने ले लिए गए हैं। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो उन्हें आईटीबीपी केंद्र से उनके घर भेज दिया जाएगा।
इससे पहले वुहान चीन से लौटे 399 लोगों को भी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के चिकित्सकों की विशेष चिकित्सीय निगरानी में रखा गया था। बाद में इनकी संख्या 406 हो गई थी।
चौदह दिन तक सभी लोगों की आधारभूत आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं और परिस्थिति उत्पन्न होने पर चार पृथक बेड की भी व्यवस्था की गई है। चार आपात जीवन रक्षक एंबुलेंस को भी इस केंद्र पर चौबीसों घंटे तैनात रखा गया है। अच्छी बात ये रही कि उन सभी 406 लोगों की फाइनल रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
अगर विदेशी नागरिकों की बात करें, तो उनमें चीन से 6, बांग्लादेश से 23, म्यांमार और मालदीव प्रत्येक से 2, संयुक्त राज्य अमेरिका से 1, दक्षिण अफ्रीका से 1 तथा मेडागास्कर का 1 नागरिक शामिल हैं। इन सभी लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर तमाम तरह की आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
आईटीबीपी के डॉक्टरों द्वारा इनकी नियमित जांच की जा रही है। सेंटर पर वाईफाई के अलावा कई तरह के इंडोर खेलों की सुविधा भी प्रदान की गई है। नोडल अफसर डॉ. एपी जोशी की टीम की देखरेख में इन सभी की मेडिकल निगरानी की जा रही है। अभी तक किसी भी व्यक्ति में कोरोनावायरस का कोई लक्षण नहीं पाया गया है।
अब इन लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर आए दो सप्ताह हो गए हैं। बुधवार को 14वें दिन अंतिम बार इन सबके नमूने ले लिए गए हैं। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो उन्हें आईटीबीपी केंद्र से उनके घर भेज दिया जाएगा।
इससे पहले वुहान चीन से लौटे 399 लोगों को भी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के चिकित्सकों की विशेष चिकित्सीय निगरानी में रखा गया था। बाद में इनकी संख्या 406 हो गई थी।
चौदह दिन तक सभी लोगों की आधारभूत आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं और परिस्थिति उत्पन्न होने पर चार पृथक बेड की भी व्यवस्था की गई है। चार आपात जीवन रक्षक एंबुलेंस को भी इस केंद्र पर चौबीसों घंटे तैनात रखा गया है। अच्छी बात ये रही कि उन सभी 406 लोगों की फाइनल रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।